एक बार एक आदमी...

एक बार एक आदमी बड़ी आराम से अपनी गाड़ी में जा रहा था कि अचानक सामने से आ रही एक महिला की गाड़ी आ कर उसकी गाड़ी से टकरा गयी पर एक्सिडेंट के बाद दोनों सुरक्षित बच गए।

जब दोनों गाड़ी से बाहर आये तो महिला ने पहले अपनी गाड़ी को देखा जो पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी थी फिर वो सामने की तरफ गयी जहाँ आदमी भी अपनी गाड़ी को बड़ी गौर से देख रहा था।

तभी वह महिला उससे रूबरू होते हुए बोली देखिये कैसा संयोग है कि गाड़ियाँ पूरी तरह से टूट-फूट गयी पर हमें चोट तक नहीं आई। यह सब भगवान की मर्जी से हुआ है ताकि हम दोनों मिल सकें। मुझे लगता है कि अब हमें आपस में दोस्ती कर लेनी चाहिए।

आदमी ने भी सोचा कि इतना नुक्सान होने के बाद भी गुस्सा करने के बजाय दोस्ती के लिए कह रही है तो कर लेता हूँ और बोला आप बिल्कुल ठीक कह रही हैं कि ये सब भगवान की मर्जी से हुआ है।

तभी महिला ने कहा एक चमत्कार और देखिये कि पूरी गाड़ी टूट-फूट गयी पर अंदर रखी शराब की बोतल बिल्कुल सही है।

आदमी ने कहा वाकई यह तो हैरान करने वाली बात है।

महिला ने बोतल खोली और बोली आज हमारी जान बची है हमारी दोस्ती हुई है तो क्यों न थोड़ी सी ख़ुशी मनाई जाए।

महिला ने बोतल को उस आदमी की तरफ बढ़ाया उसने भी बोतल को पकड़ा और मुहं से लगाया और आधी करके बोतल वापस महिला को दे दी।

फिर कहने लगा आप भी लीजिये।

महिला ने बोतल को पकड़ा उसका ढक्कन बंद किया और एक तरफ रख दी।

आदमी ने पूछा क्या आप शराब नहीं पियेंगी?

महिला बड़े आराम से बोली नहीं ...मुझे लगता है मुझे पुलिस का इंतज़ार करना चाहिए ताकि मैं बता सकूँ कि इस शराबी ने मेरी गाडी ठोक दी है।

0 comments:

Post a Comment